Daily Readings

Mass Readings for
17 - Dec- 2025
Wednesday, December 17, 2025
Liturgical Year A, Cycle II
Wednesday of the Third week of Advent

दैनिक पाठ:
पहला पाठ: उत्पत्ति ग्रन्थ 49:2, 8-10
स्तोत्र: स्तोत्र ग्रन्थ 72:3-4, 7-8, 17
सुसमाचार : सन्त मत्ती 1:1-17

माता मरियम की माला विनती: महिमा के पाँच भेद


Wednesday of the Third week of Advent

पहला पाठ: उत्पत्ति ग्रन्थ 49:2, 8-10
भंजन: स्तोत्र ग्रन्थ 72:3-4, 7-8, 17
सुसमाचार: सन्त मत्ती 1:1-17

First Reading
उत्पत्ति ग्रन्थ 49:2, 8-10
"राज्याधिकार यूदा के पास से नहीं जायेगा।"

याकूब ने अपने पुत्रों को बुला कर कहा, "एकत्र हो जाओ, मैं तुम लोगों को बताऊँगा कि भविष्य में तुम पर क्या बीतेगी। याकूब के पुत्रो ! एकत्र हो जाओ और सुनो। अपने पिता इस्राएल की बातों पर ध्यान दो। "हे यूदा ! तुम्हारे भाई तुम्हारी प्रशंसा करेंगे। तुम्हारा हाथ शत्रुओं की गरदन दबोच लेगा और तुम्हारे पिता के पुत्र तुम्हें दण्डवत् करेंगे। "यूदा युवा सिंह के सदृश है। पुत्र ! तुम शिकार कर लौटे हो। वह सिंह, पशुराज की तरह झुक कर बैठा है। उसे उत्तेजित करने का साहस कौन करेगा? राज्याधिकार यूदा के पास से तब तक नहीं जायेगा, राजदण्डं उसके वंश के पास तब तक रहेगा, जब तक उस पर अधिकार रखने वाला न आये। सभी राष्ट्र उसकी अधीनता स्वीकार करेंगे।

प्रभु की वाणी।

Responsorial Psalm
स्तोत्र ग्रन्थ 72:3-4, 7-8, 17
अनुवाक्य : उनके राज्यकाल में न्याय फलेगा - फूलेगा और अपार शांति सदा-सर्वदा छायी रहेगी।

हे ईश्वर ! राजा को अपना न्याय अधिकार, राजपुत्र को अपनी न्यायशीलता प्रदान कर, जिससे वह तेरी प्रजा का न्यायपूर्वक शासन करें और पददलितों की रक्षा करें।
अनुवाक्य : उनके राज्यकाल में न्याय फलेगा - फूलेगा और अपार शांति सदा-सर्वदा छायी रहेगी।

पर्वत और पहाड़ियाँ जनता के लिए शांति और न्याय उत्पन्न करें। वह पद्दलितों की रक्षा करेंगे और दरिद्रों की सन्तति का उद्धार करेंगे।
अनुवाक्य : उनके राज्यकाल में न्याय फलेगा - फूलेगा और अपार शांति सदा-सर्वदा छायी रहेगी।

उनके राज्यकाल में न्याय फलेगा - फूलेगा और अपार शांति सदा-सर्वदा छायी रहेगी। उनका राज्य एक समुद्र से दूसरे समुद्र तक, पृथ्वी के सीमान्तों तक फैल जायेगा।
अनुवाक्य : उनके राज्यकाल में न्याय फलेगा - फूलेगा और अपार शांति सदा-सर्वदा छायी रहेगी।

उनका नाम सदा-सर्वदा धन्य हो और सूर्य की तरह बना रहे। वह पृथ्वी के सब निवासियों का कल्याण करेंगे और समस्त राष्ट्र उन्हें धन्य कहेंगे।
अनुवाक्य : उनके राज्यकाल में न्याय फलेगा - फूलेगा और अपार शांति सदा-सर्वदा छायी रहेगी।

Gospel
सन्त मत्ती 1:1-17
"दाऊद के पुत्र येसु मसीह की वंशावली।"

इब्राहीम की सन्तान, दाऊद के पुत्र, येसु मसीह की वंशावली : इब्राहीम से इसहाक उत्पन्न हुआ, इसहाक से याकूब, याकूब से यूदस और उसके भाई, यूदस और थामर से फ़ारेस और जारा उत्पन्न हुए। फ़ारेस से एस्रोम, एस्रोम से अराम, अराम से अमीनदाब, अमीनदाब से नास्सोन, नास्सोन से सलमोन, सलमोन और रखाब से बोज, बोज और रूथ से ओबेद, ओबेद से येस्से, येस्से से राजा दाऊद उत्पन्न हुआ। दाऊद और उरियस की विधवा से सुलेमान उत्पन्न हुआ। सुलेमान से रोबोआम, रोबोआम से अबीया, अबीया से आसाफ़, आसाफ़ से योसफ़ात, योसफ़ात से योराम, योराम से ओजियस, ओजियस से योअथाम, योअथाम से अख़ाज, अख़ाज से एज़िकीअस, एज़िकीअस से मनस्सेस, मनस्सेस से आमोस, आमोस से योसिअस और बाबुल - निर्वासन के समय ओसिअस से येखोनिअस और उसके भाई उत्पन्न हुए। बाबुल - निर्वासन के बाद येखोनिअस से सलाथिएल उत्पन्न हुआ। सलाथिएल से ज़ोरोबबेल, ज़ोरोबबेल से अबियुद, अबियुद से एलियाकिम, एलियाकिम से आज़ोर, आज़ोर से सादोक, सादोक से आखिम, आखिम से एलियुद, एलियुद से एलियाज़ार, एलियाज़ार से मत्थान, मत्थान से याकूब, याकूब से मरियम का पति योसेफ, और मरियम से येसु उत्पन्न हुए, जो मसीह कहलाते हैं। इस प्रकार इब्राहीम से दाऊद तक कुल चौदह पीढ़ियाँ हैं, दाऊद से बाबुल - निर्वासन तक चौदह पीढ़ियाँ और बाबुल - निर्वासन से मसीह तक चौदह पीढ़ियाँ।

प्रभु का सुसमाचार।